12/01/2007

तस्वीरों में- हरिवंश राय बच्चन

 

हरिवंश राय बच्चन


हरिवंश राय का जन्म इलाहाबाद के नज़दीक प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से गाँव में हुआ था.

हरिवंश राय़ बच्चन


घर में प्यार से उन्हें ‘बच्चन’ कह कर पुकारा जाता था. आगे चल कर यही उपनाम विश्व भर में प्रसिद्ध हुआ.

हरिवंश राय बच्चन


उच्च शिक्षा के लिए वे इलाहाबाद और फिर कैम्ब्रिज गए जहाँ उन्होंने अंग्रेजी विख्यात कवि डब्लू बी यीट्स की कविताओं के ऊपर शोध किया

हरिवंश राय बच्चन


सन् 1926 में हरिवंश राय की शादी श्यामा से हुई. 1936 में टीबी की लंबी बीमारी के बाद श्यामा का देहांत हो गया. 1941 में बच्चन ने तेजी सूरी से शादी की

हरिवंश राय बच्चन


उमर ख़ैय्याम की रुबाइयों से प्रेरित 1935 में छपी उनकी मधुशाला ने बच्चन को खूब प्रसिद्धि दिलाई. आज भी मधुशाला पाठकों के बीच काफ़ी लोकप्रिय है.

हरिवंश राय बच्चन


हरिवंश राय बच्चन ने मधुबाला, मधुकलश, निशा निमंत्रण, खादि के फूल, सूत की माला, मिलन यामिनी, बुद्ध और नाच घर, चार खेमे चौंसठ खूंटे, दो चट्टानें जैसे काव्य की रचना की है.

हरिवंश राय बच्चन


दो चट्टानें को लिए वर्ष 1968 में बच्चन को साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला. साहित्य में योगदान के लिए प्रतिष्ठित सरस्वती सम्मान, उत्तर प्रदेश सरकार का यश भारती सम्मान, सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार से भी वे नवाज़े गए.

हरिवंश राय बच्चन


चार खण्डों में प्रकाशित बच्चन की आत्मकथा- ‘क्या भूलूँ क्या याद करूँ’, ‘नीड़ का निर्माण फिर’, ‘बसेरे से दूर’ और ‘दशद्वार से सोपान तक’ हिन्दी साहित्य जगत की अमूल्य निधि मानी जाती है.

साभार -

2 comments:

Sanjeet Tripathi said...

शुक्रिया इन तस्वीरों को दिखाने के लिए!!

Manish Kumar said...

shukriya in tasweeron ko share karne ke liye