दीपिका पादुकोण ( Deepika Padukone )
आँखों में तेरी अज़ब सी अज़ब सी अदाएं हैं
दिल को बनादे जो पतंग साँसे यह तेरी वोह हवाएँ हैं
आयी ऐसी रात है जो बहुत खुशनसीब है
चाहे जिसे दूर से दुनिया, वोह मेरे करीब है
कितना कुछ कहना है फिर भी है दिल में सवाल कहीँ
सपनों में जो रोज़ कहा है वोह फिर से कहूं या नहीं
आँखों में तेरी अज़ब सी अज़ब सी अदाएं हैं
दिल को बनादे जो पतंग साँसे यह तेरी वोह हवाएँ हैं
तेरे साथ साथ ऐसा कोई नूर आया है
चांद तेरी रौशनी का हल्का सा एक साया है
तेरी नज़रों ने दिल का किया जो हश्र, असर यह हुआ
अब इनमे ही डूब के हो जाऊं पार, यही है दुआ
आँखों में तेरी अज़ब सी अज़ब सी अदाएं हैं
दिल को बनादे जो पतंग साँसे यह तेरी वोह हवाएँ हैं
1 comment:
आँखें???? :)
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