4/19/2010

मेरी पंसद

आज की हस्‍ती मुझे हमेशा पंसद रही है, मार्टीना आपने खेल के कारण तो अन्‍ना अपनी सुन्‍दरता के कारण, जब खेल और सुन्‍दता की जोड़ी महिला टेनिस के डबल्‍स मे एक साथ उतरती थी तो वकाई देखने मे आनंद आ जाता था।
जब दोनो के बीच एकल का मुकाबला हो तो फिर यह तय करना बड़ा कठिन होता था कि इसकी जीत की कामना की जाये। लेकिन सुन्‍दरता की रानी के आगे हमेशा खेल की रानी भारी पड़ती थी। अन्‍ना का टेनिस को अलविदा करना पता ही नही चला किन्‍तु मार्टीना का टेनिस से सन्‍यास की बात आज भी दिल पर भारी पड़ती है।
मार्टीना हिंगिस(स्विजरलैण्ड) और अन्‍ना कोर्निकोवा(रूस)

No comments: