जॉन और विपासा भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे कामुक व्यक्तियों में से एक है। दोनों ही अंग प्रदर्शन से परहेज नही है। ऐसा नही है कि दोनों को डंका फिल्म जगत मे केवल सेक्स या कामुकता के नाम पर बज रहा है। बल्कि दोनों ने अभिनय के बल पर यह मुकाम हासिल किया है। किन्तु कहीं न कहीं उनकी सफलता के पीछे इस छवि का भी हाथ है। इन दोनों की सफल जोड़ी आज की सर्वधिक चर्चित जोडियों में से एक है।
जहॉं एमबीए करने के बाद जॉंन एक विज्ञापन कंपनी मे काम कर रहे थे और एक दिन कोई मॉडल नहीं आया तो उनसे मॉडलिंग करने को कहा गया और थोड़े ही दिनों में एक सुपरिचित मॉडल बन गए.
एक दिन अचानक पूजा भट्ट ने जॉन को अपनी फ़िल्म ‘जिस्म’ में हीरो का रोल दिया और जॉन अब्राहम ने फ़िल्मों में अपनी जगह बना ली। दीपा मेहता की नई फ़िल्म ‘वॉटर’ में अब्राहम ने प्रमुख भूमिका निभाई।
एक दिन अचानक पूजा भट्ट ने जॉन को अपनी फ़िल्म ‘जिस्म’ में हीरो का रोल दिया और जॉन अब्राहम ने फ़िल्मों में अपनी जगह बना ली। दीपा मेहता की नई फ़िल्म ‘वॉटर’ में अब्राहम ने प्रमुख भूमिका निभाई।
वहीं 'कॉर्पोरेट' में अभिनय और 'ओमकारा' में ग्लैमर के लिए चर्चित बिपाशा के पास शीर्ष तक पहुँचने की सारी खूबियाँ मौजूद है। सुगठित देह और साँवली त्वचा के जरिए अगर वे भारतीयता की पृष्ठभूमि में लावण्य का मेघदूत रचती नजर आती हैं, तो वहीं मधुर भंडारकर जैसे निर्देशक उनमें अभिनय प्रतिभा की ऊँचाइयाँ भी देखतें हैं। अब तक बिपाशा की मूल छवि ग्लैमर की देवी के रूप में रही है।इस छवि को लेकर बिपाशा का कहना है कि महज सेक्सी पहचान के जरिए कोई युवती बॉलीवुड में ऊँचा मुकाम नहीं हासिल कर सकती। यदि आप देखें कि फिल्म जगत में सैकड़ों कलाकारों की भीड़ के बावजूद सिर्फ दस या पंद्रह सितारों के नाम की चर्चा होती है, तो साफ हो जाएगा कि रूप की दौलत के अलावा इस इंडस्ट्री में टिकने के लिए और भी कुछ चाहिए। विशाल भारद्वाज की फिल्म 'ओमकारा' में अभिनीत बिल्लो रानी के किरदार के बाद बिपाशा की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। वे साफ कहती हैं कि उन्हें महज गीत-संगीत तक केंद्रित नायिका बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है। वे एक परिपूर्ण अभिनेत्री बनना चाहती हैं।