कुछ ईमेल जो शेयर करने को मन करता है और भी बहुत कुछ जो दिल कहता है जरा करो कुछ हट कर
3/30/2009
3/24/2009
3/14/2009
वाह पत्रकारिता : दैनिक जागरण वाले नाम से जानते है चेहरे से नही
कभी कभी हमारे और आपके साथ एक वाक्य घटता है कि जब है कहते है कि चेहरा तो याद आ रहा है किन्तु नाम भूल रहा है किन्तु दैनिक जागरण वालों के साथ इसके उलट हुआ। वे नाम तो जानते थे किन्तु चेहरा भूल गये। जया तो रह गई किन्तु पर्दा गिरा कर बच्चन की तस्वीर लगा दिया। :) तो भइया सब लोग मिलकर बोलो - वाह! मीडिया वाह!
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