गोवा के पशुपालन मंत्री मौविन गोडिन्हो ने शुक्रवार को कहा कि गोवा में गोमांस की कोई कमी नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि राज्य का एकमात्र वैध बूचड़खाना अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं चल रहा है। गोडिन्हो विधानसभा में कांग्रेस विधायक फ्रांसिस्को सिल्वेरिया के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
हालांकि, मंत्री ने कहा कि गोवा का एकमात्र वैध बूचड़खाना गोवा मीट कॉम्प्लेक्स पड़ोसी राज्यों में मवेशियों के परिवहन की इजाजत के मुद्दे की वजह से पर्याप्त संख्या में मवेशियों का वध करने में सक्षम नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस नेता जानना चाहते थे कि नियमित व पर्याप्त मात्रा में गोमांस की आपूर्ति सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई है या नहीं।
हालांकि, मंत्री ने कहा कि गोवा का एकमात्र वैध बूचड़खाना गोवा मीट कॉम्प्लेक्स पड़ोसी राज्यों में मवेशियों के परिवहन की इजाजत के मुद्दे की वजह से पर्याप्त संख्या में मवेशियों का वध करने में सक्षम नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस नेता जानना चाहते थे कि नियमित व पर्याप्त मात्रा में गोमांस की आपूर्ति सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई है या नहीं।
बीजेपी की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में मंत्री गोडिन्हो ने अपने लिखित जवाब में कहा, 'कमी की कोई सूचना नहीं है।' राज्य के मांस कारोबारियों ने गोमांस की कमी की चेतावनी दी है। उन्होंने मवेशियों को बूचड़खाने ले जाने के दौरान गोरक्षकों द्वारा उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाया। इस वजह से वे गोवा में गोमांस बेचने के लिए फ्रोजन गोमांस आयात करने को मजबूर हैं।
गोडिन्हो ने कहा, 'गोवा मीट कॉप्लेक्स पूरी तरह से कार्य कर रहा है। हालांकि, वर्तमान में व्यापारी मवेशियों को वध के लिए लाने में असमर्थ हैं, क्योंकि उन्हें राज्य के बाहर से मवेशियों को लाने के लिए ट्रांसपॉर्ट परमिट सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहा है।' उन्होंने कहा कि औसतन 22 मवेशियों का हर रोज वध किया जा रहा है, जबकि बूचड़खाने की क्षमता प्रति शिफ्ट 120 मवेशियों के वध करने की है।
गोडिन्हो ने कहा, 'गोवा मीट कॉप्लेक्स पूरी तरह से कार्य कर रहा है। हालांकि, वर्तमान में व्यापारी मवेशियों को वध के लिए लाने में असमर्थ हैं, क्योंकि उन्हें राज्य के बाहर से मवेशियों को लाने के लिए ट्रांसपॉर्ट परमिट सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहा है।' उन्होंने कहा कि औसतन 22 मवेशियों का हर रोज वध किया जा रहा है, जबकि बूचड़खाने की क्षमता प्रति शिफ्ट 120 मवेशियों के वध करने की है।
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